कोरोना वायरस के चलते लागू देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से मज़दूरों को अपने घर जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। इसको लेकर पिछले कई दिनों से राजनीतिक दलों के बीच भी विवाद जारी है। अब इस मुद्दे पर राजनीतिज्ञ प्रशांत किशोर ने भी निशाना साधा है। उन्होंने पूछा है कि यदि सभी लोग इतना कुछ कर रहे हैं तो फिर मजदूर इतने बेबस क्यों हैं।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, ‘रेलवे 85 फीसदी सब्सिडी दे रहा है। केंद्र पैसे ले नहीं रहा और राज्य तो किराए के साथ कई और सुविधाएं देने का दावा कर रहे हैं! अब तो विडंबना यह है कि विपक्ष ने भी सबका किराया देने की बात कही हैं!’ प्रशांत किशोर ने पूछा कि अगर सभी लोग इतना कुछ कर रहे हैं तो मज़दूर इतने बेबस क्यों हैं और उनसे ये पैसे ले कौन रहा है?
रेलवे 85% सब्सिडी दे रहा है। केंद्र पैसे ले नहीं रहा और राज्य तो किराए के साथ कई और सुविधाएँ देने का दावा कर रहे हैं!
अब तो विडम्बना ये कि विपक्ष ने भी सबका किराया देने की बात कही हैं!
अगर सबलोग इतना कुछ कर रहे हैं तो मज़दूर इतने बेबस क्यों हैं और उनसे ये पैसे ले कौन रहा है?
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) May 9, 2020
आपको बता दें कि पिछले दिनों लॉकडाउन 3.0 लागू होने के बाद केंद्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर जाने की इजाज़त दे दी। इन सभी के लिए रेलवे भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रहा है। केंद्र सरकार ने बताया था कि लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे 2.5 लाख से ज्यादा लोगों को भारतीय रेल ने 222 विशेष श्रमिक ट्रेनों से उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचाया है। वहीं, रेलवे का कहना है कि वह 85 फीसदी किराया खुद दे रहा है, वहीं, 15 फीसदी किराया राज्य सरकार दे रही हैं।