कोरोना वायरस से निपटने और संक्रमण फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने उत्तराखंड और बिहार समेत 14 राज्य पूरी तरह 31 मार्च तक जबकि यूपी के 16 जिले 25 मार्च तक लॉकडाउन (lockdown) रखने के आदेश दिए हैं। वहीं, तीन अन्य राज्यों में आंशिक बंदी रहेगी। एनसीआर के शहरों में भी लॉकडाउन (lockdown) रहेगा। यहां आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। राजस्थान में सबसे पहले लॉकडाउन (lockdown) लागू किया गया। उसके बाद पंजाब और उत्तराखंड, बिहार और कई राज्यों में लॉकडाउन (lockdown) करने की घोषणा कर दी गई। इसके बाद दिल्ली में भी सोमवार सुबह छह बजे से लॉकडाउन कर दिया गया। लॉकडाउन (lockdown) के दौरान कोई भी ट्रेन नहीं चलेगी। यूपी के 15 जिलों में 23 से 25 मार्च तक लॉकडाउन घोषित किया गया है, जिसमें नोएडा, गाजियाबाद, प्रयागराज, कानपुर, सहारनपुर, लखीमपुर, आजमगढ़, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद बाराबंकी शामिल हैं।
क्यों करते हैं लॉकडाउन?
लॉकडाउन (lockdown) एक आपदा व्यवस्था है जो किसी आपदा या एपिडेमिक स्थिति के वक्त सरकारी तौर पर लागू की जाती है । लॉकडाउन (lockdown) में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है । उन्हे सिर्फ जरूरी चीजों के लिए ही बाहर आने की इजाजत मिलती है । सीधे शब्दों में लॉकडाउन’ (lockdown) का अर्थ है तालाबंदी। जिस तरह किसी संस्थान या फैक्ट्री को बंद किया जाता है और वहां तालाबंदी हो जाती है उसी तरह लॉक डाउन का अर्थ है कि आप अनावश्यक कार्य के लिए सड़कों पर ना निकलें। किसी तरह की परेशानी हो तो लोग संबंधित पुलिस थाने,जिला कलेक्टर,पुलिस अधीक्षक अथवा अन्य उच्च अधिकारी को फोन कर सकते हैं ।
क्या बैंक, एटीएम, पेट्रोल पंप सब्जी, दूध और ज़रूरी दुकानें खुलेंगी?
इस दौरान राज्य सरकार ने पेट्रोल पंप और एटीएम दूध, सब्जी, किराना और दवाओं की दुकान लॉकडाउन (lockdown) के दायरे से बाहर और इन्हें आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में रखा रखा हैं। लेकिन इन दुकानों पर बेवजह भीड़ लगाने से बचना बेहद जरूरी हो जाता है। अगर अस्थानिय प्रशासन चाहे तो पेट्रोल पंप चला सकती है अथवा बंद भी कर सकती है।
किन देशों में अब तक लगा है लॉकडाउन?
चीन, डेनमार्क, अल सलवाडोर, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैंड और स्पेन में लॉकडाउन( lockdown) जैसी स्थिति है। चूंकि चीन में ही सबसे पहले कोरोनावायरस संक्रमण का मामला सामने आया था, इसलिए सबसे पहले वहां लॉकडाउन (lockdown) किया गया। इटली में मामला गंभीर होने के बाद वहां के प्रधानमंत्री ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया। उसके बाद स्पेन और फ्रांस ने भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यही कदम उठाया।