बिहार के झंझारपुर लोकसभा में एक जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें झंझारपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के यूवा कांग्रेस नेता व चर्चित अल्पसंख्यक चेहरा मंजूर आलम मुख्य अतिथि के रूप में वहां उपस्थित हुए। मंजूर आलम का दर्जनों कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। मंच पर मंजूर आलम के आते ही जनसभा ने नारे लगाना शुरू कर दिया ‘हमारा नेता कैसा हो मंजूर आलम जैसा हो….जय हिन्द, जय भारत’।
जनसभा में भारी संख्या में लोगों का हुज़ूम पहुंचा जिसे देखकर वहां के लोग ही नहीं बल्कि यूवा कांग्रेस नेता मंजूर आलम भी चकित रह गए और कहां कि आप लोगों की हजारों की संख्या में प्यार और आशिर्वाद पाकर गदगद हूं। मंजूर आलम ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आम जनता बेहाल और परेशान है लेकिन कोई उनकी सुनने वाला नहीं है। आज देश में रोजगार ,शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा की बात नहीं होती बल्कि युवाओं को कैसे गुमराह किया जाए वो सोचा जा रहा है। देश का किसान 90 दिनों से देश की राजधानी के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं, संघर्ष कर रहे हैं। इसमें 215 किसान शहीद हुए, बिजली काटी गई, पानी रोका गया, उन्हें मारा गया, जबकि वो शांति से बैठे थे। राजधानी की सीमा को देश की सीमा की तरह बनाया गया। किसान को अपमानित किया गया, देशद्रोही और आतंकवादी कहा गया। उसे परजीवी और आंदोलनजीवी कहा। आलम यहीं नहीं रुकें उन्होंने पेट्रोल डीज़ल की बढती किमतों को लेकर भी कहा कि जो डीजल 2018 में 60 रुपये प्रति लीटर मिलता था, वो अब 80 -90रुपये तक पहुंच रहा है। पेट्रोल तो कई जगहों पर सौ रुपए के पार चला गया। आलम ने कहा कि देश में विकास के नाम पर सिर्फ बाते हो रही हैं कोई काम नहीं हो रहा। उन्होंने संबोधन में आगे कहा कि उनका संकल्प है कि झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हो जिसके लिए जनता से आशिर्वाद मांगा साथ ही आलम ने कहा कि वो और उनके आदर्श राहुल गांधी व पार्टी सभी जाति और धर्म को साथ लेकर चलेने में विश्वास रखते हैं इसलिए आप लोगों से गुज़ारिश है कि देश के भावी प्रधानमंत्री माननीय श्री राहुल गांधी जी को मजबूत करें ताकि देश में एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ लौटे और आखिरी पंक्ति में खड़े हर गरीब को उसका हक मिले। साथ ही मंजूर आलम ने सभी से आग्रह किया कि शांतिपूर्ण आंदोलन पर बैठे किसानों को जितनी हो सके मदद पहुंचाए।