केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमित ज़िले क्षेत्र को रेड ज़ोन से ग्रीन ज़ोन में रखने के मानक बदले हैं। भारत में भले ही महाराष्ट्र और गुजरात, दिल्ली में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, लेकिन आकड़ों के लिहा से देखें तो बिहार भी आने वाले दिनों में खतरनाक ज़ोन के रूप में उभर सकता हैं। बिहार के अलावा झारखंड व पश्चिम बंगाल में भी कोरोना अपना कहर बरपा सकता है। केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 केस की संख्या, डबलिंग रेट और टेस्टिंग के हिसाब से जिलों की नई लिस्ट तैयार की गई है। इसमें बताया गया है कौन सा जिला किस ज़ोन में आता है और किस तरह सख्ती बरती जाएगी। इस लिस्ट के हिसाब से बिहार के 38 जिलों में से पांच ज़िले रेड ज़ोन में शामिल हैं। वहीं, 20 ज़िले ऑरेंज तो 13 जिले ग्रीन ज़ोन में हैं।
रेड जोन वाले ज़िले
मुंगेर, पटना, रोहतास, बक्सर और गया।
ऑरेंज जोन वाले ज़िले
नालंदा, कैमूर (भभुआ), सिवान, गोपालगंज, भोजपुर, बेगूसराय, औरंगाबाद, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, भागलपुर, अरवल, सरन, नवादा, लखीसराय, बांका, वैशाली, दरभंगा, जहानाबाद, मधेपुरा और पूर्णिया।
ग्रीन जोन वाले ज़िले
शेखपुरा, अररिया, जमुई, कटिहार, खगरिया, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, सहरसा, समस्तीपुर, शिवहर, सीतामढ़ी और सुपौल।
ये भी पढ़े:-यूपी के 19 जिले रेड ज़ोन में, जानें ग्रीन ज़ोन में हैं कौन से शहर?
बिहार में कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या 450 पहूंची
बिहार में शुक्रवार शाम तक कोरोना के 25 नए मरीज़ मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 450 तक पहुंच गई है। 25 नए पॉज़िटिव केस में रोहतास में 6, बक्सर 11, नालंदा 1, कैमूर भभुआ 6 और भोजपुर में 1 कोरोना मरीजों की पहचान की गई है। इसके अलावा राज्य में 84 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट चुके हैं। वहीं अभी तक दो मरीज़ों की कोरोना से मौत हो चुकी है।